उत्तराखण्ड
हल्द्वानी में युवाओं के लिए रोजगार का सुनहरा अवसर, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत मिल रहा है सब्सिडी वाला ऋण
अगर आप बेरोजगार हैं और किसी सरकारी योजना के सहारे अपना खुद का काम शुरू करना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना भाग-2 के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नैनीताल जनपद के लिए इस बार 725 लाभार्थियों को लाभ देने का लक्ष्य तय किया गया है। इसमें से 580 लाभ जिला उद्योग केंद्र हल्द्वानी के माध्यम से और 145 लाभ जिला खादी एवं ग्रामोद्योग कार्यालय के माध्यम से दिए जाएंगे।
जिला उद्योग केंद्र की महाप्रबंधक पल्लवी गुप्ता ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत कोई भी इच्छुक युवा ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकता है। अगर आवेदन में किसी तरह की परेशानी हो रही हो तो वह सीधे उद्योग केंद्र पहुंचकर भी मदद ले सकता है। योजना के अंतर्गत एक लाख से लेकर पच्चीस लाख रुपये तक का ऋण लिया जा सकता है।
इस योजना की खास बात यह है कि ऋण पर लाभार्थियों को 15 से लेकर 35 प्रतिशत तक की छूट यानी आर्थिक सहायता मिलेगी। पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को सामान्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक छूट का लाभ दिया जाएगा। उदाहरण के तौर पर यदि कोई दो लाख रुपये तक का छोटा व्यापार शुरू करना चाहता है तो उसे 25 से 30 प्रतिशत तक की सहायता दी जाएगी। दो से दस लाख रुपये तक के व्यापार पर 20 से 25 प्रतिशत और दस से पच्चीस लाख रुपये तक के व्यापार पर 15 से 20 प्रतिशत तक की छूट दी जा रही है।
महिलाओं और पर्वतीय क्षेत्र के लोगों को पांच प्रतिशत अतिरिक्त सहायता दी जा रही है।
इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने के लिए अभ्यर्थी सरकार की अधिकृत वेबसाइट msy.uk.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। आवेदन के लिए 70 अलग-अलग पारंपरिक और लघु उद्योगों के विकल्प दिए गए हैं। इनमें आयुर्वेदिक निर्माण, खाद्य पदार्थों का उत्पादन, चावल की मिल, पैकिंग सामग्री, आटा पीसने की मशीन, लकड़ी का फर्नीचर, मसाला निर्माण, चित्र खींचना, वीडियो बनाना, बिजली के बल्ब, घरेलू उपकरण, तार, पंखा बनाना, सिलाई, कढ़ाई, कृत्रिम गहने बनाना, मशीनों से काम करने वाले लघु उद्योग, मोबाइल मरम्मत, मशरूम उत्पादन, वाहन संचालन, फल संरक्षित करना, दूध से बने पदार्थ, साज-सज्जा का सामान, कपड़े, इस्पात का निर्माण, इंटरनेट सेवा केंद्र, हस्तशिल्प, सजावटी टाइलें, बिस्कुट, पोहा निर्माण सहित 70 प्रकार के व्यवसायों में आवेदन किया जा सकता है।
पिछले साल इस योजना में 750 युवाओं को लाभ देने का लक्ष्य था, लेकिन उससे कहीं अधिक 1,605 आवेदन आए थे। इनमें से 831 युवाओं को बैंकों के माध्यम से ऋण की सुविधा दी गई। इस बार भी उम्मीद की जा रही है कि बड़ी संख्या में युवा योजना से जुड़कर आत्मनिर्भर बनेंगे।



