उत्तराखण्ड
भाजपा के खेमे से पूर्व मुख्यमंत्री को लेकर ये खबर आ रही है सामने, पढ़े
देहरादून। आगामी चुनावों को देखते हुए भाजपा के खेमे से भी खबरें उठनी शुरू हो गई है, भाजपा पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के सियासी तजुर्बे का इस्तेमाल संगठन में करने की तैयारी कर रही है। उन्हें जल्द ही कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। कुछ दिन पहले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी।
उन्हें 15 अगस्त के बाद एक बार फिर दिल्ली आने का न्योता मिला है। इस मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। बीजेपी के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो त्रिवेंद्र सिंह रावत को हरियाणा और मध्य प्रदेश में से किसी एक राज्य का प्रभारी बनाया जा सकता है। खबर ये भी है कि उन्हें यूपी की कमान सौंपी जा सकती है। अगले साल उत्तराखंड और यूपी में चुनाव होने हैं। साल 2014 के चुनाव में भी त्रिवेंद्र सिंह रावत अमित शाह के साथ उत्तर प्रदेश में सह प्रभारी के रूप में काम कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश में बंपर जीत के बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत को झारखंड की कमान सौंपी गई थी।साल 2017 में वो उत्तराखंड के सीएम बनाए गए। राजनीतिक दृष्टि से देखें तो त्रिवेंद्र सिंह रावत के लिए पिछले कुछ महीने बेहद चुनौतीपूर्ण रहे हैं। चार साल का कार्यकाल पूरा होने के महज कुछ ही दिन पहले वो सीएम पद से हटा दिए गए। बाद में तीरथ सिंह रावत को सीएम पद सौंपा गया, लेकिन साढ़े तीन महीने बाद उनकी भी विदाई हो गई। अब प्रदेश की बागडोर युवा सीएम पुष्कर सिंह धामी के हाथ में है। कुछ दिन पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पीएम मोदी और गृहमंत्री के अलावा प्रदेश के कई बड़े बीजेपी नेताओं से दिल्ली में मुलाकात की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री के समर्थक इस बात को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं कि उन्हें जल्द ही प्रदेश प्रभारी के तौर पर बड़ी जिम्मेदारी मिलने वाली है। पीएम और केंद्रीय गृहमंत्री से हुई मुलाकातों के बाद इस तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं।