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8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता अंतरराष्ट्रीय विमेंस डे, जानें

हर साल 8 मार्च को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह एक अवसर है जब हम समाज में महिलाओं की जरूरी भूमिका को समझने और सम्मानित करने व महिलाओं को समाज में बराबरी और लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करते है। इस दिन हम महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए डेडिकेट करते हैं जो न केवल अपने परिवारों के लिए बल्कि समाज के लिए भी इंस्पिरेशन बनी हैं। महिलाओ का सम्मान किसी एक दिन ही नही बल्कि हर दिन ही होना चाहिए और समाज में उनका अस्तित्व हमेशा हमको बनाए रखना चाहिए।
दुनियाभर में विमेंस डे को कैसे स्पेशल मनाते हैं

ये दिन वूमेंस को डेडिकेट किया गया है, इस दिन महिलाओं को स्पेशल ट्रीटमेंट दिया जाता है। ऑफिस में महिलाओं के लिए ऑफ होता है या उनको गिफ्ट देकर सम्मानित किया जाता है। वैसे केवल इस दिन ही नही रोज ही महिलाओं का सम्मान करना चाहिए, वूमेंस डे तो बस एक जरिया है उनकी इंपोर्टेंस को बताने का।

आखिर 8 मार्च को ही क्यों मनाया जाता है विमेंस डे

इंटरनेशनल कांफ्रेंस के दौरान इंटरनेशनल विमेंस डे मनाने की बात रखी गई इसका आइडिया किसी और ने नहीं बल्कि एक महिला ने ही दिया था उनका नाम क्लारा जटकीन था। उन्होंने महिलाओं के लिए इंटरनेशनल विमेंस डे की मांग की और उस वक्त कांफ्रेंस में जितनी भी महिलाएं मोजूद थी सभी ने उन्हें सपोर्ट किया। उसी दिन से हर साल 8 मार्च को वूमेंस डे सेलिब्रेट किया जाने लगा और भारत में ही नही बल्कि विदेशों में भी इस दिन को मनाया जाता है। 1917 के बाद 8 मार्च को वूमेंस डे नेशनल हॉलीडे भी अनाउंस किया गया।

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विमेंस डे का इतिहास कई साल पुराना है, 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने इस दिन को मनाया जब लगभग 15,000 महिलाओं ने एक साथ आकर न्यूयॉर्क में अपने अधिकारों की मांग करी। उन महिलाओं की मांग थी के उन्हें बेहतर सैलरी और वोट करने का अधिकार मिले फिर एक साल बाद सोशलिस्ट पार्टी ऑफ अमेरिका ने इस दिन को पहला विमेंस डे अनाउंस कर दिया 1911 में रूस में 8 मार्च को महिला दिवस मनाना शुरू किया।

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