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उत्तराखण्ड

कल्याणी उदगम स्थल की खोज में निकले मेयर रामपाल

रूद्रपुर। कल्याणी को पुनर्जीवित करने की मुहिम में जुटे मेयर रामपाल सिंह ने नगर आयुक्त रिंकू बिष्ट एवं वैज्ञानिकों तथा रोटरी क्लब के सदस्यों के साथ गुरूवार को कल्याणी के उदगम स्थल का निरीक्षण किया। कल्याणी के उदगम स्थल की जानकारी जुटाने के लिए मेयर रामपाल पिछले कई दिनों से लगे हुए थे। बीते दिवस वह वैज्ञानिकों की टीम के साथ स्वयं इस काम के लिए निकल पड़े। सैनिक फार्म पत्थर चट्टा में कल्याणी का उदगम स्थल मिला। इसका मेयर ने वैज्ञानिकों के साथ निरीक्षण करते हुए कल्याणी को पुनर्जीवित करने को लेकर व्यापक विचार विमर्श किया। इस दौरान निरीक्षण के लिए आये पंतनगर के वैज्ञानिकों ने कल्याणी को उसके पुराने स्वरूप में वापस लाने के लिए बायो एनर्जी देने वाले पौधे नदी के आस पास लगाने पर जोर दिया। इस दौरान मेयर रामपाल सिंह ने कहा कि कल्याणी नदी को पूर्व में जीवनदायिनी कहा जाता था यह रूद्रपुर शहर की लाईफ लाईन भी कही जाती थी। इस नदी से न सिर्फ लोगों को रोजगार मिलता था बल्कि धार्मिक अनुष्ठानों के लिए भी प्रयोग में लाई जाती थी। वर्षों पूर्व इस नदी का पानी पीने के लिए भी प्रयोग में लाया जाता था। लेकिन आबादी बढ़ने और सिडकुल बनने के बाद नदी का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है। मेयर ने कहा कि 26 जनवरी से नदी की सफाई की मुहिम नगर निगम ने सामाजिक संस्थाओं के साथ शुरू की है। इसके उत्साहनक परिणाम सामने आये हैं। बड़ी संख्या में लोग कल्याणी को पुनर्जीवित करने के लिए आगे आये हैं। नगर निगम की मुहिम अब सार्थक होती नजर आ रही है। निरीक्षण के बाद मेयर रामपाल ने बताया कि पर्यावरण वैज्ञानिक डाo आर के श्रीवास्तव ने नदी को साफ करने के लिए बायो एनर्जी डिस्चार्ज करने वाले पौधों को नदी के आस पास लगाने पर जोर दिया है। इसमें पापुलर यूकेल्पिटस, कदंब, मिलिया आदि प्रमुख हैं। साथ कल्याणी में बह रहे गंदे पानी को वैज्ञानिक विधि से शोधित किये जाने के लिए भी वैज्ञानिकों ने सुझाव दिये हैं। मेयर ने बताया कि कल्याणी के उदगम को लेकर पर्यावरण विभाग के शोध छात्र भी अध्ययन कर रहे हैं। मेयर ने कहा कि अध्ययन रिपोर्ट तैयार होने के बाद पर्यावरण वैज्ञानिक को सौंपी जायेगी। इसके बाद कल्याणी को पुनर्जीवित करने के लिए विस्तृत योजना तैयार करके इसे धरताल पर उतारा जायेगा। मेयर रामपाल सिंह ने बताया कि सिडकुल में आकर एक और नदी कल्याणी में मिलती है जिसका संगम टाइटन कम्पनी के पीछे से होता है निरीक्षण के दौरान कई कंपनियों का केमिकल युक्त गन्दा पानी कल्याणी नदी में सीधे छोड़ा जा रहा है जिन पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी इस दौरान नगर आयुक्त रिंकू बिष्ट,डॉ प्राची, डॉ श्रीवास्तव, सुल्तान, वंदना आर्य, सुनील सोनी, समाजसेवी हेमपंत, रोहित सिंह, हरीश चौधरी उपस्थित रहे।।

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