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उत्तराखण्ड

पीठासीन और मतदान अधिकारियों को दिया दूसरा प्रशिक्षण।

गोपेश्वर (चमोली)। वर्तमान समय में निकाय चुनाव की तैयारी हो चुकी पूरी ,नगर निकाय सामान्य निर्वाचन को पारदर्शिता के साथ सकुशल संपन्न कराने के लिए गुरुवार को पीठासीन और मतदान अधिकारियों को दूसरा प्रशिक्षण दिया गया। जिसमें मास्टर ट्रेनरों द्वारा मतदान कार्मिकों को उनके दायित्वों एवं कर्तव्यों के साथ-साथ निर्वाचन सामग्री के बारे में विस्तार से बताया गया और पीठासीन और मतदान अधिकारियों को मतपेटी को खोलने और सील करने का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया। इस दौरान निर्वाचन ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिकों से डाक मतपत्र से मतदान करने के लिए प्रारूप-9 पर आवेदन भी लिए गए। पोलिंग बूथों के लिए रवानगी से पूर्व निर्वाचन ड्यूटी पर तैनात सभी कार्मिक डाक मतपत्र से अपना मतदान करेंगें।

जिले की 04 नगर पालिका परिषद और 06 नगर पंचायत में बनाए गए कुल 80 पोलिंग बूथों के लिए 23 रिजर्व पार्टी सहित 103 पोलिंग पार्टियां बनाई गई है, जिसमें 412 कार्मिकों की तैनाती की गई है। प्रत्येक पोलिंग पार्टी में पीठासीन अधिकारी, मतदान अधिकारी प्रथम, मतदान अधिकारी द्वितीय और मतदान अधिकारी तृतीय शामिल है। प्रत्येक पोलिंग पार्टी में मतदान कार्मिक द्वितीय के रूप में एक महिला कार्मिक की तैनाती की गई है। जो मतपत्रों के प्रभारी रहेंगी।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी आनंद सिंह ने प्रशिक्षण ले रहे पीठासीन एवं मतदान अधिकारियों को निर्वाचन के तहत सौंपे गये दायित्वों एवं कर्तव्यों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करने के निर्देश दिए। कहा कि मतदान प्रक्रिया को सुचारू, शांतिपूर्वक और निर्बाध रूप से संपन्न कराने के लिए मतपेटिकाओं और मतदान सामग्री का महत्वपूर्ण योगदान होता है। उन्होंने मतदान सामग्री के उपयोग के संबंध में पूरी जानकारी रखने तथा अपनी सभी शंकाओं का प्रशिक्षण के दौरान समाधान करने को कहा। उन्होंने कहा कि मतदान कक्षों में मोबाइल और कैमरा पूर्ण प्रतिबंधित रहेगा। मतदान की गोपनीयता बनाए रखने के लिए इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

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प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनर ने मतदेय स्थलों पर किए जाने वाले कार्यो की जानकारी देते हुए मतदान के दौरान बहुत सावधानी के साथ कार्य संपन्न कराने पर जोर दिया। बताया कि मतदाता सूची में मतदाता का नाम भली-भांति जाँच करते हुए मतदान करने वाले नागरिकों की अंगुली पर स्याही का निशान लगाने एवं मतदाता के हस्ताक्षर लेने सहित अन्य कार्यों को त्रुटिरहित पूरा किया जाए। मतदान के दौरान मतदान केन्द्र पर धैर्य एवं विवेक के साथ कार्य करें।

प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर प्रवक्ता एपी डिमरी, मनोज तिवारी, केसी पंत, दिगपाल रावत तथा खीम सिंह कंडारी ने पॉवर प्वांइट प्रेजेंटेशन के माध्यम से मतदान कार्मिकों को मतदान सामग्री, मतपेटिका, पीठासीन अधिकारी की डायरी एवं निर्वाचन संबधी दायित्वों की पूरी जानकारी दी। इस दौरान टेंडर वोट, चैलेंज वोट, मतदान की गोपनीयता, मतपत्र के लिफाफे सील करने आदि के संबंध में विस्तार से बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान सभी एआरओ, जोनल मजिस्ट्रेट, सेक्टर मजिस्ट्रेट, पीठासीन और प्रथम मतदान अधिकारी मौजूद थे।

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