गढ़वाल
सिलक्यारा सुरंग: श्रमिकों के स्वास्थ्य की AI तकनीक से रखी जाएगी निगरानी, तबीयत खराब होने पर बजेगा अलार्म
सिलक्यारा सुरंग में भूस्खलन के बाद 12 नवंबर की सुबह से फंसे श्रमिकों की सेहत और वहां के माहौल की 24 घंटे निगरानी के लिए बचाव एजेंसियों ने रेस्क्यू रोबोट की मदद लेने की तैयारी कर ली है। आडियो-विजुअल और सेंसर आधारित यह रोबोटिक्स सिस्टम पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक पर आधारित है।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक के माध्यम से न केवल 24 घंटे श्रमिकों की सेहत की निगरानी की जा सकेगी, बल्कि सुरंग के भीतर वायु की गुणवत्ता की जानकारी भी मिल सकेगी। इस रोबोटिक्स सिस्टम को लखनऊ स्थित रोबोट डोटिन टेक ने तैयार किया है। यह उन स्थानों पर भी हाई स्पीड इंटरनेट की सुविधा देने में सक्षम है, जहां मोबाइल नेटवर्क भी काम नहीं करता। इसकी लंबी रेंज क्षमता सुरंग के भीतर काम करने में सक्षम है।
यह भी पढ़ें उत्तरकाशी: जिंदगी बचाने का अंतिम पड़ाव पार करने को झोंकी ताकत, थोड़ी देर का बस और इंतजार
श्रमिक भेजेंगे ऑडियो और वीडियो
रोबोटिक्स सिस्टम को तैयार करने वाले रोबोज डोटिन टेक के संचालक मिलिंद राज के मुताबिक, श्रमिकों के लाइफ लाइन पाइप के माध्यम से इस तकनीक को सुरंग के भीतर दाखिल किया जाएगा। मिलिंद राज ने बताया कि इस तकनीक के प्रयोग से श्रमिक सुरंग के भीतर से ही अपना ऑडियो या वीडियो आसानी से बाहर भेज सकते हैं।
रोबोज डोटिन टेक की ओर से निशुल्क है सेवा
सुरंग के भीतर से बाहर आने वाले किसी भी ऑडियो या वीडियो को कंट्रोल करने की व्यवस्था भी इसमें शामिल है। इस पूरी प्रक्रिया में खास बात यह भी है कि रोबोज डोटिन टेक की ओर से रेस्क्यू रोबोट की सेवा निश्शुल्क उपलब्ध कराई जा रही है। पूर्व में भी वह आपदा के विभिन्न अवसर पर अपनी सेवा दे चुके हैं। पूर्व में बीएसएनएल सुरंग में संचार सेवा की व्यवस्था कर चुका है।
शरीर के हाव भाव परखने में सक्षम है यह सिस्टम
शरीर के हाव भाव परखने में सक्षम इस रोबोटिक्स सिस्टम में प्रयुक्त की गई एआइ यह पता लगाने में सक्षम है कि सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों में से किसका स्वास्थ्य कमजोर दिख रहा है। एआई तकनीक शारीरिक मूवमेंट, बोलचाल के ढंग, पुतलियों के झपकने की स्थिति व अन्य शारीरिक हाव भाव के आधार पर यह सब कर पाने में सक्षम है।
तुरंत अलार्म बजाएगा ये यंत्र
सेंसर बताएंगे सुरंग में हवा की गुणवत्ता रोबोज डोटिन टेक के संचालक मिलिंद राज के मुताबिक, रेस्क्यू रोबोट में लगे सेंसर सुरंग के भीतर की हवा की गुणवत्ता बताने में भी सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि सुरंग के भीतर कार्बन डाइऑक्साइड, मीथेन आदि का स्तर असामान्य होने पर सेंसर अलार्म बजा देंगे।