उत्तराखण्ड
स्मार्ट स्किल के संचालकों का पुतला फूंका
हल्द्वानी। डिप्लोमा की मान्यता को लेकर युवाओं ने विश्व विद्यालय के सहायक संस्थान स्मार्ट स्किल फेस-2 हल्द्वानी के संचालक दीपक विष्ट और आशुतोष जोशी का पुतला दहन किया उत्तराखंण्ड ओपन यूनिवर्सिटी और अशोक लिलैण्ड कम्पनी द्वारा कराये गये डिप्लोमा को अनुपयोगी बताते हुए युवाओं ने विश्व विद्यालय के सहायक संस्थान स्मार्ट स्किल हल्द्वानी के संचालक दीपक विष्ट और आशुतोष जोशी का पुतला दहन कर विरोध जताया।
डिप्लोमा को मान्यता दिलाने, उसमें ट्रेड दर्शाने तथा स्थाई नियुक्ति की मांग को लेकर उक्त डिप्लोमाधारी युवा बीतें 1 माह से बुद्ध पार्क पर धरना दे रहे है। युवाओं का आरोप है कि विश्व विद्यालय के सहायक संस्थान स्किल फेस-2 हल्द्वानी (अमरावती कालौनी) के संचालक दीपक विष्ट, आशुतोष जोशी द्वारा समय-समय पर सेवायोजन कार्यालय के नाम पर युवाओं को गुमराह किया। और स्थाई जॉब का आश्वासन देकर विश्वविद्यालय के लिए 8-10 रुपये फीस ली और ट्रेनिंग के नाम पर अपने निजी लाभ के लिए युवाओं को कम्पनीयों को बेच दिया था। जबकि विश्वविद्यालय को इन सभी चीजों की सम्पूर्ण जानकारी थी। लेकिन विश्व विद्यालय द्वारा अपने संस्थान को इन कार्यों के लिए रोका नहीं गया।
विश्व विद्यालय द्वारा वर्ष 2017 में यूजीसी की गाइड लाइन के अनुसार इन कोर्स को बंद करने के बाद भी उसके सहायक संस्थान स्मार्ट स्किल द्वारा सभी युवाओं को अपने बैबसाइड में अशोक लिलैण्ड कम्पनी में प्लेसमेंट दिखाकर अन्य विश्व विद्यालय जैसे क्वाण्टम विश्व विद्यालय रुड़की, सोबन सिंह जीना अल्मोड़ा, कुमाऊँ यूनिवर्सिटी आदि से सम्पर्क करके रेगुलर कोर्सेज को डिस्टेंस कोर्स दिखाकर ट्रेनिंग के लिए कम्पनियों में भेजकर सैकड़ों युवाओं को बर्बाद किया। जो विश्व विद्यालय, उसके सहायक संस्थान और सहयोगी कम्पनियों की मिली भगत का आरोप है।
पुतला दहन करने वालों में राकेश पाण्डे, भरत नेगी, प्रहलाद सिंह, हरीश चंद्र, अंकुर जलाल, हरेन्द्र सिंह, दर्शन सिंह आदि थे।