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उत्तराखंड में जायरोकॉप्टर सफारी का ट्रायल सफल, जल्द होगी शुरूआत
उत्तराखंड की पहली जायरोकॉप्टर सफारी का ट्रायल सफल हो गया है। जायरोकॉप्टर एडवेंचर शुरू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य है।
उत्तराखंड में जायरोकॉप्टर सफारी का ट्रायल सफल
उत्तराखंड से देश की पहली हिमालयी एयर सफारी की शुरूआत की है। उत्तराखंड की पहली जायरोकॉप्टर सफारी का ट्रायल सफल हो गया है। बता दें कि शनिवार को हरिद्वार के बैरागी कैंप में जायरोक्राप्टर की उड़ान का ट्रायल किया गया जो कि सफल हो गया है। अब प्रदेश में जल्द ही इसकी शुरूआत की जाएगी। पर्यटक इसका आनंद ले पाएंगे।
साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने की ये अनोखी पहल
पर्यटन विभाग को जायरोकॉप्टर से एयर सफारी के लिए डीजीसीए की मंजूरी मिल गई है। जायरोकॉप्टर सफारी की शुरूआत प्रदेश में सासिक पर्यटन को बढा़वा देने के लिए अनोखी पहल है। बता दें कि जिलाधिकारी हरिद्वार ने खुद इसका ट्रायल किया। जायरोकॉप्टर से आप पहाड़ और नदियों को और ज्यादा करीब से देख सकते हैं।
एक अनोखा हवाई दौरा है जाइरोकॉप्टर सफारी
आपको बता दें कि जाइरोकॉप्टर सफारी एक अनोखा दौरा है। जाइरोकॉप्टर किसी भी स्थान को रोमांचक और मजेदार तरीके से देखने का मौका देता है। बता दें कि जाइरोप्लेन का आविष्कार 1923 में जुआन डे ला सिर्वा द्वारा किया गया था। इसे कई और नामों जैसे जाइरोकॉप्टर, ऑटोगाइरो या रोटोप्लेन के नाम से भी जाना जाता है।
क्या होता है जाइरोकॉप्टर ?
जाइरोकॉप्टर एक छोटे हेलीकॉप्टर की तरह दिखता है लेकिन इसमें रोटर्स को घुमाने वाला कोई इंजन नहीं होता है। रोटर्स बस स्व-चालित होते हैं जिसे ‘ऑटोरोटेट’ कहा जाता है। जाइरोकॉप्टर उड़ान के सबसे सुरक्षित तरीकों में से एक है। जाइरोकॉप्टर किसी भी मौसम में उड़ान भरने में सक्षम हैं।