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Lok Sabha Election : हरिद्वार में इस बार रावत VS रावत, मैदान में कांग्रेस और बीजेपी की रोचक कदम ताल




हरिद्वार लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। यहां रावत बनाम रावत का मुकाबला दिन पर दिन रोचक हो रहा है। जहां एक ओर त्रिवेंद्र सिंह रावत के पक्ष में बीजेपी के दिग्गज नेता जनसभाएं और रैलियां कर रहे हैं तो वहीं कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत के साथ उनके पिता और उत्तराखंड राजनीति के दिग्गज नेता हरीश रावत हर कदम पर हैं और अपने बल पर बेटे को जीताने की कोशिश कर रहे हैं।

हरिद्वार में इस बार रावत VS रावत
हरिद्वार लोकसभा सीट पर बीजेपी से त्रिवेंद्र सिंह रावत तो कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र रावत मैदान में हैं। हरिद्वार में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। कांग्रेस, बीजेपी के साथ ही बहुजन समाजवादी पार्टी मुद्दों को धार देने में जुट गई है। हरिद्वार में जोरों-शोरों से प्रचार हो रहा है।

सभी प्रत्याशी किसानों, महिलाओं, व्यापारियों, कर्मचारियों और युवाओं को लुभाने के लिए दावों के साथ ही वादे कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रत्याशी सवाल एक से दूसरे पाले में फेंक रहे हैं और जनता जवाब का इंतजार कर रही है और कुछ इस तरह हरिद्वार में हौले-हौले सियासी रंग गहरा होने लगा है।

बीजेपी मजबूत स्थिति में आ रही नजर
हरिद्वार लोकसभा सीट में भारतीय जनता पार्टी अन्य दलों के मुकाबले मजबूत नजर आ रही है। पिछले चुनावों में भी भाजपा ने ही यहां बाजी मारी थी। पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने 52.63 प्रतिशत मत हासिल किए थे। जबकि कांग्रेस को 31.18, बसपा को 13.72 और अन्य को 2.47 प्रतिशत मत मिले थे। पिछली बार की ही तरह इस बार भी भाजपा मजबूत स्थिति में है। डबल इंजन की सरकार के रथ पर सवार त्रिवेंद्र सिंह रावत संगठन की मजबूती और बीजेपी के बेहतर चुनाव प्रबंधन में आगे दिख रहे हैं।

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कांग्रेस भी दे रही कड़ी टक्कर
जहां एक ओर बीजेपी अच्छी स्थिति में नजर आ रही है तो वहीं कांग्रेस भी पीछे नजर नहीं आ रही है। कांग्रेस भी कड़ी टक्कर दे रही है। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। वीरेंद्र रावत दिग्गज नेता हरीश रावत के बेटे हैं। हरदा हरिद्वार से सांसद रह चुके हैं और उनकी बेटी हरिद्वार ग्रामीण से विधायक हैं। हरदा की हरिद्वार ग्रामीण में अच्छी पकड़ मानी जाती है। ज्यादातर आबादी के ग्रामीण इलाकों से होने के कारण और ग्रामीण इलाकों में हरदा की अच्छी पकड़ से वीरेंद्र रावत भाजपा को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

हरिद्वार सीट में 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण
हरिद्वार सीट पर 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण है और यहां एक दर्जन से अधिक कस्बे हैं। बता दें कि हरिद्वार संसदीय क्षेत्र की सीमा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, बिजनौर और सहारनपुर के साथ ही राज्य के पौड़ी जिले से भी लगी हुई है। संसदीय क्षेत्र में छह तहसील और सात ब्लाक रूड़की, बहादराबाद, भगवानपुर, नारसन, खानपुर, लक्सर और देहरादून का डोईवाला शामिल है। हरिद्वार सीट में हरिद्वार के 11 तो देहरादून के तीन विधानसभा क्षेत्र हैं।

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