उत्तराखण्ड
नैनीताल में ब्रेस्ट कैंसर को मात देने के लिए 8 अक्टूबर को रैली का आयोजन किया जाएगा
रिपोर्टर भुवन सिंह ठठोला
- भारत में सबसे घातक ब्रैस्ट कैंसर को मात देने के उद्देश्य से ऊत्तराखण्ड के नैनीताल में 8 अक्टूबर को जागरूकता रैली निकाली जाएगी जिसमें इस क्षेत्र के प्रतिष्ठित चिकित्सक, एक्सपर्ट और स्कूली बच्चे हिस्सा लेंगे।
नैनीताल में आशा फाउंडेशन की संस्थापिका आशा शर्मा ने एक प्रेस वार्ता कर ब्रैस्ट कैंसर से जुड़ी चौकाने वाली कुछ जानकारियां दी जिसे आम लोगों को जरूर जानना चाहिए। आशा शर्मा ने बताया कि महिलाओं में डिटेक्ट होने वाले कैंसर में 27 प्रतिशत ब्रैस्ट कैंसर होता है। कैंसर में ब्रैस्ट कैंसर पहले नंबर पर है। वर्ष 2020 तक लगभग 18 लाख महिलाओं को ब्रैस्ट कैंसर डिटेक्ट किया गया था। ब्रैस्ट कैंसर में केवल 40 से 50 प्रतिशत लोग ही मौत के मुंह से बचकर निकल पाते हैं। विश्व ब्रैस्ट कैंसर में 1/3 हिस्सा भारत का है। ब्रैस्ट कैंसर से 50 से 60 प्रतिशत महिलाओं को जान गंवानी पड़ती है। एक सर्वे में सामने आया है कि हर 4 मिनट में ब्रैस्ट कैंसर का 1 केस और हर 8 मिनट में इसमें 1 मौत हो रही है। अमेरिका ने वर्ष 1980 में कैंसर जागरूकता कार्यक्रम शुरू किया जिसके बाद इस कैंसर पर बहुत अधिक मात्रा में कंट्रोल कर लिया गया। भारत में भी इस जानलेवा ब्रैस्ट कैंसर पर नियन्त्रण के लिए जागरूकता को सबसे अधिक महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
ऊत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, केरल और गुजरात समेत कुछ अन्य राज्यों में इस कैंसर को हाई वॉल्यूम में देखा गया है। यूटरस, कोलोरेक्टल, ओवरी, स्टमक जैसे खतरनाक कैंसर से भी घातक इस ब्रैस्ट कैंसर के प्रति जागरूकता से ही इससे होने वाली हानी को कम किया जा सकता है।
ब्रैस्ट कैंसर पर काम करने वाली संस्था आशा फाउंडेशन की संस्थापिका आशा शर्मा ने बताया कि आगामी आठ अक्टूबर को सवेरे आठ बजे एक रैली का आयोजन किया जा रहा है। इस रैली में शहर के स्कूलों के बच्चे गुलाबी रंग के परिधान में रैली में शामिल होंगे। रैली में ब्रैस्ट कैंसर के क्षेत्र में काम करने वाले देशभर के बड़े नामी चिकित्सक भी शामिल हो रहे हैं। बैठक में शामिल हुए हेमंत सिंह बिष्ट प्रोफेसर अजय रावत अजय एलेहेश मारुति नंदन शाह पिंक लेडी आशा शर्मा आदि पत्रकार उपस्थित है