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वानर बन फांदी दीवार,पल भर में हुआ फरार, पुलिस की गोली ने गिराया
मीनाक्षी
उत्तराखंड में पिछले साल दशहरे पर हरिद्वार जिला कारागार से दो आरोपी, पंकज और रामकुमार, जेल की दीवार फांदकर फरार हो गए थे। इनमें से रामकुमार को पहले ही हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि पंकज की तलाश जारी थी। गुरुवार रात को एसटीएफ और हरिद्वार पुलिस के बीच मुठभेड़ के दौरान पंकज को गिरफ्तार किया गया। पंकज पर 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा गया था।मुठभेड़ के दौरान जब पुलिस ने पंकज को घेरने की कोशिश की, तो उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली पंकज के पैर में लग गई, जिससे वह घायल हो गया। घायल पंकज को गिरफ्तार कर तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि 11 अक्टूबर को दशहरे के दिन हरिद्वार जिला जेल में रामलीला का मंचन हो रहा था। इस दौरान आरोपियों पंकज (28 वर्ष) और रामकुमार (24 वर्ष) को वानर सेना का किरदार निभाने का मौका मिला। इन दोनों ने मौके का फायदा उठाकर जेल की दीवार फांदकर फरारी हो गई। जब रामलीला मंचन के बाद जेल प्रशासन ने कैदियों की गिनती की, तब इस घटना का खुलासा हुआ।इसके बाद हरिद्वार पुलिस और उत्तराखंड एसटीएफ ने आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी। रामकुमार को पहले ही हरियाणा के यमुनानगर से गिरफ्तार किया जा चुका था। अब पंकज भी पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। पुलिस यह जांच कर रही है कि पंकज इतने महीनों तक कहां छिपा था और उसे किसने मदद दी। इसके अलावा, यह भी जांच की जा रही है कि कहीं इस फरारी के पीछे किसी बड़े अपराधी गिरोह का हाथ तो नहीं था।गौरतलब है कि पंकज को पहले भी उत्तराखंड एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था, और अब उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया है, जिससे पुलिस को बड़ी सफलता मिली है