उत्तराखण्ड
बागेश्वर विधायक चंदन राम दास बने परिवहन मंत्री
बागेश्वर/देहरादून। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित बागेश्वर विधानसभा सीट से लगातार तीन बार विधायक रहे चंदन राम दास को चौथी बार फिर विधायक बनने पर पहली बार कैबिनेट मंत्री मंडल में जगह दी गई।
सी.एम. पुष्कर सिंह धामी ने कैबिनेट मंत्रियों को विभाग आवंटित करने के साथ ही कैबिनेट मंत्री चंदन राम दास को परिवहन मंत्री का उच्च दायित्व सौंपा है। परिवहन विभाग के साथ श्री रामदास के पास अतिरिक्त विभाग जैसे समाज कल्याण, अल्पसंख्यक कल्याण,लघु एवं सूक्ष्म मध्यम उद्यम खादी एवं ग्रामोद्योग की अहम जिम्मेदारी भी रहेगी।श्री राम दास एक जनप्रतिनिधि होने के साथ ही संगठन में बेहतर तालमेल के लिए भी जाने जाते हैं। जनता में भी उनकी लोकप्रियता चरम पर है।
लंबा राजनीतिक अनुभव व पार्टी और संगठन के प्रति अटूट प्रेम एवं निष्ठा की वजह से ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा भेजे गए पर्यवेक्षकों को भी उनके नाम पर मुहर लगाने में कोई दिक्कत नहीं हुई थी। चंदन राम दास का राजनीतिक करियर वर्ष 1980 में शुरू हुआ था। श्री राम दास 1997 में नगर पालिका बागेश्वर के निर्दलीय अध्यक्ष बने। इससे पूर्व श्री राम दास एम.बी.पी.जी.डिग्री कॉलेज हल्द्वानी में बीए प्रथम वर्ष में निर्विरोध संयुक्त सचिव बने। नवनियुक्त परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने वर्ष 1980 में राजनीतिक जीवन की शुरूआत की थी। वर्ष 2006 में पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी की सलाह पर भाजपा में शामिल हुए। वर्ष 2007, वर्ष 2012, वर्ष 2017 और वर्ष 2022 में वह लगातार चौथी बार विधायक चुने गए।
चंदन राम दास ने मंत्री बनने की जताई थी इच्छा
सूत्रों की माने तो श्री राम दास की विधानसभा में अच्छी पकड़ मानी जाती है। लेकिन तीन बार लगातार विधायक चुने जाने के बाद भी वह कभी मंत्री नहीं बन सके इस बात का श्री रामदास के समर्थकों में थोड़ा दुख था। इस बार बागेश्वर क्षेत्र की जनता भी चाहती थी कि अगर चंदन राम दास लगातार चौथी बार विधायक बने तो उनको कैबिनेट में जरूर जगह दी जाए। क्षेत्र की जनता में और रामदास समर्थकों में इस बात का उत्साह था कि यदि इस बार श्री राम दास जीते तो कैबिनेट मंत्री पद के भी प्रबल दावेदार हो सकते हैं। इस चुनाव में बागेश्वर विधानसभा से टिकट को लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपा आर्य भी प्रबल दावेदार मानी जा रहीं थीं। लेकिन संगठन में लोकप्रियता के कारण ही श्री रामदास को टिकट मिला था। श्री राम दास की गिनती स्वच्छ और साफ छवि के नेताओं में होती है।
संवाददाता: गौरव शर्मा