उत्तराखण्ड
कांग्रेस सांसद प्रत्याशी ने निवर्तमान सांसद पर साधा निशाना,मांगे आठ सवालों के जवाब
हल्द्वानी। नैनीताल- उधमसिंहनगर लोक सभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी प्रकाश जोशी ने निवर्तमान सांसद पर निशाना साधते हुए बिन्दुवार आठ सवालों के जवाब मांगे। स्वराज आश्रम में बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने इन सवालों का मांगा जवाब ।
- उत्तराखंड के लाखों युवाओं का सपना सेना में भर्ती होने का होता है, क्योंकि यहां घर-घर में शौर्य की गाथाएं हैं। सेना की भर्ती केवल नौकरी नहीं है, अपितु उत्तराखंड का जो नौजवान देश की सीमा की रक्षा करने के लिए सीने पर गोली खाने के लिए तैयार है, उसके परिवार को सैनिक होने के नाते लंबी अवधि तक आर्थिक सुरक्षा भी मिलती है, लोकतंत्र में निर्णय कर चुनी हुई सरकार यानी संबंधित विभाग के मंत्री लेते हैं। आपके केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री रहते अग्निवीर योजना लागू हुई । आपने उत्तराखंड और देश के नौजवानों के साथ 4 साल की अग्निवीर योजना लागू कर उन्हें सडक पर क्यों छोड दिया? उत्तराखंड के युवाओं के साथ ऐसा अन्याय क्यों किया?
- आप 5 वर्ष की सांसद निधि 17 करोड में से केवल 7 करोड रुपए खर्च कर पाए। आपने क्षेत्र को 10 करोड रुपए के विकास कार्य से वंचित क्यों किया? जब आप अपने अधिकार क्षेत्र की राशि ही खर्च नहीं करना चाहते तो क्षेत्र के विकास के लिए योजनाएं कैसे ला पाएंगे?
- हर सासद को अपने संसदीय क्षेत्र में कुछ गांव गोद लेने थे। आपने भी लिये, गोद लेते समय पहली बार फोटो खिंचवाने के अलावा आप उस गांव में कितनी बार गए? आपने उसे अनाथ क्यों छोड दिया? उस गांव की जनता को आपसे इतनी शिकायतें क्यों है? जब आप एक गांव में विकास कार्य नहीं कर पाए तो आप पूरे संसदीय क्षेत्र में विकास की जिम्मेदारी कैसे ले पाएंगे ?
- कुमाऊं रेजीमेंट उत्तराखंड के शौर्य और गौरव का प्रतीक है। 1962 के युद्ध में मेजर शैतान सिंह के नेतृत्व में कुमाऊं रेजीमेंट के मात्र 120 सिपाहियों ने चीन के 5000 सैनिकों को धूल चटाई और वीरगति पाई थी। 120 में से मात्र 6 जवान जिंदा बचे थे। कुमाऊं रेजीमेंट की अदम्य वीरता और शहादत के प्रतीक के तौर पर रेजांगला स्थित युद्ध स्मारक बना था। जिस जमीन की रक्षा के लिए कुमाऊं रेजिमेंट की पूरी बटालियन शहीद हो गई वह जमीन आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते हुए चीन को क्यों दे दी? आपने चीन की सेवा को कुमाऊं रेजीमेंट के गौरव का प्रतीक युद्ध स्मारक क्यों तोडने दिया? आपने देश पर जान न्योछावर करने वाले सैनिकों और समूचे उत्तराखंड का ऐसा घोर अपमान क्यों किया।
- रक्षा राज्यमंत्री होने के साथ-साथ आप इतने भाग्यशाली रहे कि पर्यटन राज्य मंत्री भी रहे। उत्तराखंड की पूरी अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा हिस्सा पर्यटन पर आश्रित है, लेकिन आपके पर्यटन राज्यमंत्री रहते हुए उत्तराखंड में पर्यटन की विकास की कोई भी बड़ी योजना नहीं आई। यह क्यों नहीं माना जाए कि आपका पर्यटन राज्यमंत्री होना आपके लिए तो भाग्यशाली रहा लेकिन उत्तराखंड के लिए दुर्भाग्यशाली ?
6. उत्तर प्रदेश के 6 शहरों में डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर तैयार हो रहा है, इसी तरह तमिलनाडु के हर जिले को डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में शामिल किया गया है। इससे इन दोनों राज्यों में लाखों करोड का निवेश और लाखों रोजगार पैदा होंगे। हमें उम्मीद थी कि आप अपने प्रदेश के लिए भी कुछ करेंगे, परंतु आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड के एक जिले का चयन भी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर के लिए क्यों नहीं किया गया? - उत्तराखंड के 5 शहरों मे नवीन केंद्रीय विद्यालय खोले जाने का प्रस्ताव कागजों पर स्वीकृत है। इसमें एक भी केंद्रीय विद्यालय उधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में नहीं है। सांसद महोदय बताएं कि केंद्र सरकार में मंत्री रहने के बावजूद उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में एक भी नवीन केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रयास क्यों नहीं किया?
- आपके रक्षा राज्यमंत्री रहते उत्तराखंड में नवीन सैनिक स्कूल खोलने का प्रस्ताव पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के मोड पर क्यों गया? क्या आप एक सैनिक स्कूल भी सरकारी खर्च पर नहीं खोल सकते थे? और सरकारी खर्चे पर खुलने वाला नया सैनिक स्कूल अब तक ऊधम सिंह नगर नैनीताल लोकसभा क्षेत्र में स्वीकृत होकर आपका कार्यकाल समाप्त होने तक प्रारंभ क्यों नहीं हुआ? पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक सुमित हृदयेश, पूर्व विधान सभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कुंजवाल, संजीव आर्य,जिलाध्यक्ष राहुल छिमवाल,सतीश नैनवाल,नीरज तिवारी, हेमंत बगडवाल समेत कई नेतागण मौजूद थे।