उत्तराखण्ड
मां-बाप दो वक्त की रोटी कमाने गए थे, पीछे से अकेली रह गई मासूम रचना, खेलते-खेलते पानी की बाल्टी में डूब गई और दुनिया छोड़ गई
नैनीताल के रामनगर में एक बहुत ही दर्दनाक हादसा हो गया है। पूछड़ी गांव में रहने वाली एक डेढ़ साल की बच्ची की घर में रखी पानी की बाल्टी में डूबकर मौत हो गई है। इस घटना के बाद पूरे गांव में सन्नाटा है। बच्ची के मां बाप का रो रोकर बुरा हाल हो गया है। जैसे ही ये हादसा हुआ आसपास के लोग दौड़े। पुलिस को भी खबर दी गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है।
मासूम बच्ची का नाम रचना था। उसके पिता का नाम इंदर कुमार है। बताया जा रहा है कि रचना के मां बाप रोज की तरह सुबह काम पर निकल गए थे। घर में बाकी बच्चे भी थे। थोड़ी देर बाद वे सब बाहर खेलने चले गए। रचना घर में अकेली रह गई।
इसी दौरान रचना खेलते खेलते आंगन में पहुंच गई। वहां एक बाल्टी रखी थी जिसमें पानी भरा हुआ था। खेलते समय रचना का पैर फिसल गया। वह सीधे बाल्टी में गिर गई। रचना की उम्र बहुत कम थी। उसका शरीर भी बहुत छोटा था। इस वजह से वह खुद को बाहर नहीं निकाल पाई। वह पानी में ही डूब गई।
जब बाकी बच्चे खेलने के बाद घर लौटे तो उन्होंने देखा कि रचना बाल्टी में मुंह के बल डूबी हुई है। बच्चों ने जोर जोर से चिल्लाना शुरू कर दिया। आवाज सुनकर पड़ोसी भागे भागे आए। बच्ची को बाल्टी से बाहर निकाला गया। इसके बाद तुरंत रचना के मां बाप को खबर दी गई।
मां बाप जब घर पहुंचे और अपनी बच्ची को इस हालत में देखा तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। वे उसे तुरंत लेकर रामनगर के सरकारी अस्पताल पहुंचे। लेकिन डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया।
बच्ची के पिता इंदर कुमार का कहना है कि हम रोज की तरह काम पर गए थे। बच्चों को साथ रखा था। लेकिन रचना घर में रह गई थी। समझ नहीं आ रहा कि ये सब अचानक कैसे हो गया। हमारी तो पूरी दुनिया ही उजड़ गई।
यह हादसा फिर से यह सोचने पर मजबूर कर रहा है कि छोटे बच्चों को घर में अकेला छोड़ना कितना खतरनाक हो सकता है। खासकर तब जब घर में पानी से भरी बाल्टी या ऐसे बर्तन खुले में रखे हों। दो इंच पानी में भी कोई डूब सकता है अगर बाहर निकलने की ताकत न हो। रामनगर पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। फिलहाल इसे एक दुखद हादसा माना जा रहा है।
















