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उत्तराखण्ड

बर्फबारी ने रोके पर्वतारोहियों के कदम,सूखाताल से लौटे वापस

उत्तराखंड में एक तरफ भारी बारिश का दौर जारी है, तो वहीं दूसरी तरफ उच्च हिमालयी क्षेत्रों में खूब बर्फबारी हो रही है। वहीं उच्च हिमालयी क्षेत्र में भारी बर्फबारी होने के चलते वुडनकॉल समीप पर जा रहे महाराष्ट्र और बेंगलुरु के 20 सदस्यीय पर्वतारोहियों के दलों को वापस लौटना पड़ा है। वही बताया जा रहा है कि पर्वतारोहियों के दल को भारी बर्फबारी के बाद समुद्रतल से 15 हजार 4 सौ 19 फीट की ऊंचाई पर स्थित सूखाताल से वापस गंगोत्री लौटना पड़ा है।करीब 17,716 फीट की ऊंचाई पर स्थित वुडनकॉल समीप और उसके बेस कैंप के आसपास भारी बर्फबारी के कारण एवलांच आने के कारण दल ने वापस लौटने का निर्णय लिया। ट्रैकिंग एजेंसी के संयोजक प्रथम सिंह ने बताया कि बीते सात सितंबर को महाराष्ट्र और बेंगलुरु के पांच पर्वतारोहियों के साथ गाइड, कुकिंग और पोर्टर सहित 20 सदस्यीय दल वुडनकॉल पास के आरोहण के लिए रवाना हुआ था। बीते गुरुवार को सुबह यह दल समुद्रतल से 15 हजार फीट से अधिक ऊंचाई पर स्थित सूखाताल पहुंच गया था। उसके बाद शुक्रवार शाम को दल ने वुडनकॉल पास के बेस कैंप में पहुंचना था। लेकिन बृहस्पतिवार सुबह से ही सूखाताल में भारी बर्फबारी शुरू हो गई थी। जिस कारण उनका किचन व टॉयलेट टेंट भी बर्फबारी से क्षतिग्रस्त हो गया था। प्रथम सिंह ने आगे बताया कि देर रात तक अधिक बर्फबारी होने के कारण कैंप के आसपास एवलांच टूटने की तेज आवाजें सुनाई देने लगी। इसलिए उन्होंने वापस लौटने का मन बनाया और दल ने अपना सामान वहां छोड़कर गंगोत्री के लिए रवाना हुए। दल देर शाम सकुशल गंगोत्री धाम पहुंच गया। दल को वुडनकॉल पास पार कर खतलिंग ग्लेशियर के बाद मयाली केदारनाथ निकलना था।

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