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उत्तराखण्ड

फेसबुक की दोस्ती पड़ी भारी, युवती के 2.90 लाख के जेवर लेकर भाई बहन हुए गायब

हम अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किसी भी अनजान व्यक्ति से दोस्ती कर लेते हैं और कभी-कभी यह दोस्ती हमें इतनी भारी पड़ जाती है कि उसका खामियाजा हमें जान या फिर पैसे को खोने के साथ भुगतना पड़ता है एक ऐसा ही मामला सामने आया है बता दें कि फेसबुक पर दोस्त बनी एक युवती ने अपने भाई के साथ मिलकर दून की महिला के जेवर उड़ा दिए। गोल्ड लोन लेने में मदद करने के बहाने महिला को आरोपित अपने साथ ले गए और गुमराह कर जेवर पर हाथ साथ कर दिया। पटेलनगर कोतवाली पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

पुलिस के मुताबिक, सुभाषनगर निवासी किरण बहुगुणा ने तहरीर दी कि कुछ दिन पूर्व उनकी आकांक्षा नाम की युवती से फेसबुक पर जान-पहचान हुई। करीब 15-20 दिन तक दोनों के बीच काफी बातचीत हुई और वे दोस्त बन गए। किरण को अपनी पार्लर शॉप शुरू करनी थी, जिसके लिए उन्हें दो लाख रुपये लोन चाहिए था। वह गोल्ड लोन लेकर बिजनेस शुरू करना चाह रही थी। आकांक्षा ने उन्हें बताया कि उसका भाई प्रिंस गोल्ड लोन दिलाने में उनकी मदद कर सकता है। जब वह बैंक पहुंची तो उन्हें आकांक्षा व उसका भाई प्रिंस मिला। आकांक्षा ने अपने भाई को उनके साथ भेज दिया और खुद सफर की थकान का बहाना कर होटल जाने की बात कही। किरण के अनुसार, प्रिंस के साथ वह एक ज्वेलरी शॉप में गई, जहां उनके जेवर की कीमत 2.90 लाख लगाई गई। इसके बाद वे बैंक आए, जहां सभी कागजी कार्रवाई पूर्ण हो गई थी, लेकिन प्रिंस ने अंतिम समय में आवेदन कैंसिल करवा दिया। प्रिंस ने किरण से कहा कि आकांक्षा उन्हें डेढ़ लाख रुपये दे देगी वह जेवर जमा न कराएं। फोन पर आकांक्षा से बात करने पर प्रिंस ने यह झांसा दिया था। यहां से निकलने के बाद वे बाजार गए। यहां प्रिंस ने महिला को कोल्ड ड्रिंक पिलाई और आकांक्षा के पास चलने को कहा। जब वे वहां पहुंचे तो पता चला कि आकांक्षा किसी दोस्त के यहां चली गई है। प्रिंस ने बताया कि आकांक्षा उन्हें कारगी चौक के पास मिलेगी। यहां पहुंचकर प्रिंस ने महिला की स्कूटी खड़ी की और उसे इंतजार करने को कहा। प्रिंस महिला की स्कूटी की चाबी लेकर कहीं चला गया। करीब 20 मिनट इंतजार करने के बाद किरण ने आकांक्षा को फोन किया तो उन्हें बताया गया कि उसकी तबीयत खराब हो गई है और वे दवा लेकर उनके पास आ रहे हैं। एक घंटे तक भी जब वे नहीं आए तो महिला ने उन्हें फोन किया। इस आरोपितों ने पहले तो उनका फोन काट दिया गया और फिर नंबर ब्लॉक कर दिया गया। फिर महिला ने अपने भाई को फोन कर बुलाया। स्कूटी की दूसरी चाबी बनवाकर जब उन्होंने डिक्की खोली तो देखा कि जेवर गायब मिले।

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