Connect with us

उत्तराखण्ड

परिवार ने क्यों मांगी महामहिम राष्ट्रपति से सपरिवार ईच्छा मृत्यु, जानें क्या है पूरा मामला

देहरादून। यहां एक पीड़ित परिवार ने मांगी महामहिम राष्ट्रपति से सपरिवार ईच्छा मृत्यु। आपको बताते चले कि अंसल ग्रीन वैली सोसायटी जाखन में पिछले दिनों भाजपा पार्षद संजय नौटियाल द्वारा अवैध जमीनों पर कब्जे करने की नियत से कॉलोनी के सचिव प्रवीन भारद्वाज के विरोध करने पर अपने परिवार और साथियों संग घर पर जाकर पूरे परिवार के साथ मार पिटाई करके अपने घर से पेट्रोल ले जाकर पीड़ित परिवार को जलाने की कोशिश की गई थी।

जिस पर राजपुर पुलिस ने संजय नौटियाल, इनकी पत्नी मीनाक्षी नौटियाल, बहिन मीना नौटियाल, मां भुवना नौटियाल, भाई दीपक नौटियाल पूर्व भाजपा मण्डल अध्यक्ष पूनम नौटियाल, सिकंदर सिंह साहिद लगभग कई लोगों पर घर में घुसकर पैट्रोल, धारदार हथियारों से जानलेवा हमला और फर्जी जे. सी. बी. बुल्डोजर को नगर निगम का बता कर घर की बाउंड्री वॉल तोड़ने का आरोप में गंभीर धाराओं में मुकद्दमे पंजीकृत किए जाने के बाबजूद अपराधी सरकार की आड़ में गुंडई बनकर खुले घूम रहे हैं।

जिस पर जिस पर राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों और छेत्रीय जनता ने उक्त माफियानामा पार्षद का पुतला बनाकर मुंह में कालिख और गले में जूतों-चापलो की माला पहनाकर छेत्र में जलूस निकालकर धरना प्रदर्शन, पुतला दहन कार्यक्रम लगातार किए जाने पर विरोध प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप सोसल मीडिया, और मीडिया द्वारा वीडियो देखने पर लोगो के काफी नकारात्मक प्रतिक्रिया भी देखने को मिली जिससे पार्टी की भी काफी किरकिरी हुई।

वही कॉलोनी के सचिव प्रवीन भारद्वाज ने माफियानामा पार्षद पर आरोप लगाया हैं कि इन्होंने कॉलोनी की लगभग पांच बीघा जमीन पर राजकुमार नामक व्यक्ति के परिवार को बैठाकर कर कब्जे करवाया हैं। जिसमें की कॉलोनी की उक्त ग्रीन पार्क पर अपने मंत्री, मेयर और पूर्व मुख्य सचिव ओम प्रकाश की हनक का दुरप्रोग करके भूमि को खुद तो कब्जाया हैं।

यह भी पढ़ें -  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अजय टम्टा के समर्थन में मांगे वोट

वही पूर्व मुख्य सचिव ओम प्रकाश ने भी खुद के घर के सामने फर्जी दस्तावेज तैयार करके कई बीघा जमीन की चारों ओर बाउंड्री वॉल करके कब्जा लेकर गेट पर ताला लगवा रखा हैं जो कि जांच का एक गम्भीर विषय हैं। साथ ही पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग और भाजपा संगठन यदि संजय नौटियाल के शैक्षिक दस्तावेजों की निष्पक्ष जॉच करेगा तो इनकी शैक्षिक दस्तावेजों में भी फर्जीवाड़ा हैं जिस पर डी. ए. वी. कॉलेज देहरादून के तत्कालीन प्राचार्य द्वारा इनके खिलाफ डालनवाला थाने में 420 के मामले में भी रिपोर्ट दर्ज है। पीड़ित पक्ष और अंसल ग्रीन वैली सोसायटी के सचिव परवीन भारद्वाज ने बताया कि पार्षद संजय नौटियाल ने जहां एक ओर निर्वाचन आयोग को झूठे प्रमाण पत्र दाखिल कर रखें हैं।

वही भाजपा संगठन ने टिक्कट देने से पूर्व अपने पार्षद प्रत्यासी की वास्तविक सत्यता जानने की जरा भी कोशिश नही कि जैसे खुद का आवास के आवासीय का झूठा पता के साथ- साथ 12वीं पास की डिग्री भी पूर्ण रूप से फर्जी जो कि हिन्दी साहित्य सम्मेलन नामक बोर्ड से है जो कि पूर्ण रूप से अमान्य तो हैं ही साथ की कूट रचित सर्टिफिकेट बनवाकर धोखे से डी. ए.वी. कॉलेज में लॉ में एडमिशन लिया तो तत्कालीन प्राचार्य द्वारा भी इनके खिलाफ कूटरचित प्रमाण पत्रों के धोखाधड़ी मामले में 420 का मुकदमा डालनवाला थाने देहरादून में रिपोर्ट दर्ज हैं।

वही भारद्वाज परिवार ने आरोप लगाया हैं उक्त पार्षद द्वारा कुछ वर्ष पूर्व मेरे से छेत्रीय विधायक के साथ – साथ भाजपा संगठन का नाम बताकर राम मंदिर के नाम पर पांच लाख रुपए का चंदा भी सहायता राशि के रूप में लिया गया जिसमें उन्होंने दो लाख एक बार और तीन लाख एक बार भगवान राम मंदिर ने नाम पर दान स्वरूप दिया जिसका मेरे पास आज भी पुख्ता प्रमाण हैं इसलिए पार्षद का ध्यान जनता के विकास कार्यों पर कम और वसूली करने के कारनामों पर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। जिसे जनता दबी जुबान में इनकी इन हरकतों से काफी प्रेशान भी हो चुकी है।

यह भी पढ़ें -  पूर्णागिरि क्षेत्र में टेक्सी चालकों का हुआ निःशुल्क स्वास्थ्य प्रशिक्षण, ब्लड प्रेशर, नेत्र के साथ की गई कान की जाँच

अंत में पीड़ित पक्ष ने बताया कि आत्मदाह करने से पूर्व वे एक बार माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, माननीय गृहमंत्री अमित शाह को भी इसके पूरे काले कारनामों की कुंडली मेल और सारी जानकारियां छायाप्रति सी डी पेनड्राइव डाक से भेजेंगे जबकि महामहिम राष्ट्रपति महोदय को उन्होंने आज ही मेल और डाक द्वारा सारी जानकारियों की छायाप्रति सी डी आर की कॉफी सहित भेज दी हैं यदि इसमें भी न्याय नही मिलेगा तो वे भविष्य में कभी भी मुख्यमंत्री आवास पर जाकर आत्मदाह कर देंगे। जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेवारी उत्तराखंड सरकार के साथ साथ गृह मंत्रालय की होगी।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad

More in उत्तराखण्ड

Trending News