उत्तराखण्ड
उत्तराखंड-यहां जंगल में लगी आग की चपेट में आने से दो युवक दर्दनाक मौत
उत्तराखंड के पौड़ी से बेहद दर्दनाक और दुखद खबर सामने आ रही है पौड़ी के चौबट्टाखाल क्षेत्र में जंगल में फंसे दो युवकों की मौत हो गई। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों जंगल में लगी आग को बुझाने की कोशिश कर रहे थे। राजस्व पुलिस घटना के कारणों की जांच कर रही है। वहीं, एसडीएम ने बताया कि घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाएगी।
ग्राम प्रधान सेडियागाड़ सुमन देवी व सामाजिक कार्यकर्ता मनोज नौडियाल ने बताया कि कंडूली गांव निवासी कुलदीप कुमार (26) पुत्र दीनदयाल प्रसाद नौडियाल और सेडियागाड़ निवासी विकास रावत पुत्र महिपाल रावत दरगास तोक में जंगल में लगी आग को बुझाने गए थे। काफी देर तक दोनों युवक वापस नहीं आए तो ग्रामीण जंगल की ओर गए।
वहां कुलदीप बुरी तरह झुलसा हुआ जमीन पर पड़ा था जबकि विकास एक पेड़ पर चढ़ा हुआ था। कुलदीप की मौत हो चुकी थी और विकास भी काफी झुलस गया था।ग्रामीणों ने विकास को पेड़ से उतारा तो उसने बताया कि वे दोनों घूमने आए थे। इसी बीच जंगल में आग लग गई। उन्होंने आग बुझाने की कोशिश की लेकिन अचानक आग बेकाबू हो गई।
ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस की मदद से विकास को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पोखड़ा में भर्ती कराया। यहां से उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतपुली रेफर किया गया। वहां डाक्टरों ने विकास को मृत घोषित कर दिया। सामाजिक कार्यकर्ता मनोज नौडियाल ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद विकास का अंतिम संस्कार हरिद्वार के चंडीघाट और कुलदीप कुमार का अंतिम संस्कार पैतृक घाट सनेऊ नदी तट पर हुआ।
घटना के बाद से क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है।दोनों युवक दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते थे। चार भाइयों में कुलदीप कुमार दूसरे नंबर का था। उसके पिता दीनदयाल प्रसाद नौडियाल गांव में रसोईया का काम करते हैं। विकास के दो भाई व एक बहन है। उसके पिता महिपाल सिंह रावत पोखड़ा में हिमालयन गढ़वाल विवि में सुरक्षा कर्मी के पद पर सेवारत हैं।
विकास व कुलदीप दोनों ही कुछ दिनों पहले गांव आए थे। दो युवकों की मौत की घटना बेहद दुखद है। पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इस दुख की घड़ी में हम पीडित परिवारों के साथ हैं।